तोड़कर चांद लाएं यह होगा नहीं ।तोड़कर-------------------------
जुगनुओं से ही दिल अब लगा लीजिए ।
जिंदगी में अगर आपके दर्द हो ।
फिर भी अरमान दिल में जगा लीजिए ।
तोड़कर--------------------------
आदमी बे-मुरब्बत हुआ आजकल ।
वो बदलता है रंग आज हर एक पल ।
ढूंढता है शुकूॅं की वो आवोहवा ।
देख लो जिसको भी आजमा लीजिए ।
तोड़कर-------------------------
फूल कलियां नहीं पथ के कांटे हैं यह ।
आपने भी चमन से ही छांटे हैं यह ।
जिसको अपना कहो बस वही शूल है ।
चाहे कोई भी कितना सगा लीजिए ।

No comments:
Post a Comment